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श्री भक्त हनुमान सेवा समिति ट्रस्ट अलीगढ़ के संस्थापक श्री चंद मोहन मित्तल जी के खुर्जा आगमन पर उनका भव्य स्वागत किया गया

बुलंदशहर। श्री भक्त हनुमान सेवा समिति ट्रस्ट अलीगढ़ के संस्थापक श्री चंद मोहन मित्तल जी के खुर्जा आगमन पर उनका भव्य स्वागत डीसी गुप्ता कांटे वालों के निज निवास वैशाली कॉलोनी गली नंबर 3 में किया गया। इस अवसर पर संस्थापक श्री चंद्र मोहन मित्तल जी ने बताया कि श्री भक्त हनुमान सेवा समिति ट्रस्ट अलीगढ़ एक पंजीकृत संस्था है जिसमें सेक्शन 80 G के अंतर्गत दिए गए दान पर इनकम टैक्स का लाभ मिलता है। यह संस्था सामाजिक एवं वृद्ध जनों की सेवार्थ संस्था है। जिला अध्यक्ष डीसी गुप्ता ने बताया कि संस्था असंख्य गरीब कन्याओं/ विधवाओं का बिल्कुल नि:शुल्क विवाह बहुत ही धूमधाम के साथ करती है। जिसमें सामूहिक बरात बहुत ही धूमधाम के साथ प्रसिद्ध बैंड बाजे, शहनाई, हाथी, घोड़े भव्य झांकियों के साथ निकाली जाती है एवं कन्या विदाई के समय घर गृहस्थी का सभी आवश्यक सामान दिया जाता है जिससे गरीब की गृहस्थी सुचारू से चल सके। शादी समारोह प्रतिवर्ष मार्च माह में होली से पूर्व किया जाता है। तथा परिचय सम्मेलन फरवरी माह में किया जाता है। बहुत ही हर्ष का विषय है कि समिति ने आगामी सर्वजातीय परिचय सम्मेलन खुर्जा में करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। जिससे सभी सदस्यों, कार्यकर्ताओ तथा खुर्जा की जनता में बहुत ही उत्साह है। इस अवसर पर खुर्जा नगर अध्यक्ष श्री पीयूष अग्रवाल जी ने बताया कि पिछले प्रोग्राम में बहुत प्रयास करने के बाद भी कन्याओं की संख्या 11 रही। परिचय सम्मेलन में शामिल होने के लिए युवकों के असंख्य फार्म प्राप्त हुए। लेकिन कन्याओं के सीमित फार्म प्राप्त हुए जितने कन्याओं के फार्म प्राप्त हुए लगभग सभी के जोड़े बन गए और उनका विवाह बहुत ही धूमधाम के साथ कराया गया।
खुर्जा नगर महामंत्री श्री सचिन अग्रवाल जी ने बताया कि विवाह योग्य कन्याओं की संख्या बढ़ाने के लिए जहां कन्या पढ़ती है ऐसे कॉलेज, स्कूलों, संस्थाओं में संपर्क किया जाएगा और उनके माध्यम से फॉर्म प्राप्त किए जाएंगे। जिससे अधिक से अधिक कन्याओं का विवाह बहुत ही धूमधाम के साथ किया जा सके।इस अवसर पर नगर मंत्री मनीष जिंदल ने बताया कि सामूहिक विवाह में वर पक्ष के साथ 25 व्यक्तियों तथा कन्या पक्ष के साथ भी 25 व्यक्तियों का भोजन समिति की तरफ से नि:शुल्क रहता है कभी-कभी यह संख्या दोनों पक्षों की जोड़कर 60 से भी अधिक हो जाती है। सभी को भोजन की बहुत ही सुंदर समुचित व्यवस्था समिति की तरफ से बिल्कुल नि:शुल्क रहती है। इस अवसर पर मार्गदर्शक एडवोकेट नवीन कुमार गुप्ता जी ने बताया कि कन्याओं एवं युवकों के शादी के कार्ड छपवाये जाते हैं और वितरित किए जाते हैं तथा शादी की सभी रस्में जैसे हल्दी, मेहंदी आदि कराई जाती हैं। शादी से पूर्व लड़के लड़कियों का नाम पता आदि का वेरिफिकेशन कराया जाता है जिससे योग्य जरूरतमंद पात्रों की ही शादी कराई जा सके और जरूरतमंदों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। कोई भी जरूरतमंद पात्र बाकी नहीं रहे। अब कन्या समाज के लिए बोझ नहीं है।

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